अब निजी लैब से भी करा सकते हैं टेस्ट

भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में ये संख्या और बढ़ सकती है। ये भी कहा जा रहा है कि भारत में संक्रमित लोगों का पता लगाने के लिए जितनी टेस्टिंग होनी चाहिए उतनी नहीं हो रही है। इस बात को खारिज करते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव कह चुके हैं कि देश में पर्याप्त टेस्टिंग हो रही है और भारत हर दिन 10 हजार टेस्ट करने में सक्षम है। आईसीएमआर के मुताबिक़ 24 मार्च सुबह 10 बजे तक 20,864 सैंपल टेस्ट किए गए।



अब निजी लैब से भी करा सकते हैं टेस्ट
भारत में प्राइवेट लैब्स को टेस्टिंग की मंजूरी दी जा चुकी है। आईसीएमआर के डॉ। रमन ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया, "मंगलवार को 22 लैब चेन को मंज़ूरी दी गई है। इन लैब्स के देशभर में कुल साढ़े 15 हजार कलेक्शन सेंटर हैं।" लेकिन डॉ। रमन ने लोगों से अपील की है कि खुद जाकर प्राइवेट लैब में टेस्ट ना कराएं। "डॉक्टर की सलाह पर ही टेस्ट कराएं।"


लालपैथ लैब ने शुरू की टेस्टिंग
डॉ। लाल पैथ लैब्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अरविंद लाल ने बताया, "लाल पैथ लैब्स में कोविड-19 की टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया गया है। इस टेस्ट की कीमत 4500 रुपये होगी। जिसमें स्क्रीनिंग और कंफर्मेशन टेस्ट शामिल है। टेस्ट कराने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और फॉर्म 44 (जो वो देंगे) और पहचान पत्र की जरूरत होगी।" आईसीएमआर ने प्राइवेट लैब्स के लिए टेस्टिंग की जो गाइडलाइन्स जारी की हैं, उनके मुताबिक प्राइवेट लैब्स कोरोना की जांच के लिए 4500 रुपये से ज्यादा नहीं ले सकतीं। आईसीएमआर के मुताबिक, कोरोना से संक्रमित संदिग्ध मामलों में प्राइवेट लैब स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए अधिकतम 1,500 रुपये ले सकते हैं और कंफर्मेशन टेस्ट के लिए अतिरिक्त 3,000 रुपये लेने की इजाजत दी गई है। आईसीएमआर ने निजी लैब से अपील भी की है कि हो सके तो वो मुफ्त में या सब्सिडी पर कोरोना का टेस्ट करें।


निजी लैब से कौन टेस्ट करा सकता है?
गाइडलाइन्स के मुताबिक, अगर आपको बुखार आ रहा है और खांसी या सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो आपको नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाना होगा। वहां डॉक्टर तय करेंगे कि आपको नोवेल कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) का टेस्ट कराना चाहिए या नहीं। तो क्या टेस्ट के लिए क्या डॉक्यूमेंट चाहिए होंगे? फॉर्म 44 (कोविड-19), जिसे डॉक्टर ने पूरा भरा हो और हस्ताक्षर किये हों, स्टैम्प लगाया हो। साथ ही रेफर करने वाले डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन भी जरूरी है। सैम्पल लिए जाने के वक्त संभावित मरीज का सरकारी पहचान पत्र (आधार कार्ड/वोटर आईडी/पासपोर्ट) और फोन नंबर देना होगा। इन दस्तावेजों के बिना टेस्ट नहीं कराया जा सकता।


टेस्ट के लिए बुकिंग कैसे कर सकते हैं?
सरकार ने टेस्ट के लिए जिन लैब्स को मंजूरी दी है। उनमें से किसी एक की वेबसाइट पर जाकर या उसके मोबाइल एप के जरिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं और ऑनलाइन घर से कलेक्शन का स्लॉट बुक कर सकते हैं या उनके कस्टमर केयर नंबर पर फोन कर सकते हैं। आपके फॉर्म 44 और प्रिस्क्रिप्शन की पुष्टि करने के बाद लैब वाले सैंपल पिकअप को री-कंफर्म करेंगे। टेस्ट बुक करने के लिए आपको लैब पर बिलकुल नहीं जाना है। ऑनलाइन ही बुकिंग कीजिए। और सैंपल आपके घर पर ही आकर लिया जाएगा। सैंपल लेने के लिए आने वाला व्यक्ति पूरी तरह प्रशिक्षित होगा।