पोरसा-मुरैना, जेएनएन। मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना जिलों में दो हफ्तों से अलग-अलग क्षेत्रों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौतें हो रही हैं। पोरसा में बीते रविवार को 30 कौओं की मौत बर्ड फ्लू से हुई थी। मृत कौओं की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बर्ड फ्लू से मौतें होने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट मिलने के बाद मुरैना की कलेक्टर डॉ. प्रियंका दास ने वन मंडलाधिकारी को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इससे पहले भिंड के मेहगांव में मुर्गों की मौत बर्ड फ्लू से हुई थी।
जारी आदेश में मृत पक्षियों की मिलने की जगह से 10 किलोमीटर के दायरे में प्रोटोकोल का पालन करने और डिसइंफेक्शन स्प्रे कराने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि रविवार को पोरसा कस्बे के जनता मांटेसरी स्कूल परिसर में लगे पेड़ों से अचानक ही कौए गिरकर मरने लगे थे और 30 से ज्यादा कौओं की मौत हो गई थी।
पोरसा पशु चिकित्सा सेवा विभाग ने दो मृत कौओं को जांच के लिए डायरेक्टर, राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल भेजा था। इसकी रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि इन कौओं की मौत एच5 एन1 यानी बर्ड-फ्लू के वायरस से हुई है। पोरसा में कौओं की मौत से पहले भिंड जिले के मेहगांव में 15 मार्च को 200 से ज्यादा मुर्गे-मुर्गियां मारी हुई पाई गईं थी। इनमें भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद 16 मार्च को भिंड में 50 से ज्यादा कौओं की मौत हुई थी।
उधर, कुरैठा पंचायत के हरिहर का पुरा गांव के तालाब में मछलियों के मरने का मामला सामने आया है। पांच दिन पहले मरी मछलियां नहीं निकालीं जा सकी हैं। इनसे इन्फेक्शन होने का खतरा भी मंडरा रहा है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की भी दहशत है। राज्य में कोरोना से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई थी। मध्य प्रदेश में कोरोना से यह पहली मौत हुई है। राज्य में कोरोना से नौ लोग पीड़ित बताए जाते हैं।