लॉकडाउन: फसलों की कटाई कर सकेंगे किसान, अनाज मंडी जाने की भी छूट

नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान कृषि से जुड़े कई कामों को इजाजत दी गई है. मंडियों और खरीद एजेंसियों को भी छूट दी गई है. इसके अलावा कृषि से जुड़े काम और कृषि मशीनरी को ले जाने को भी छूट है. आने वाले दिनों में रबी फसलों की कटाई होने वाली है. इसमें समस्या न आए, इसके लिए यह फैसला किया गया है. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बारे में निर्देश जारी किए. इनके अनुसार, सरकार ने कृषि श्रमिकों, उर्वरकों, कीटनाशकों और बीजों की विनिर्माण एवं पैकेजिंग करने वाली इकाइयों को भी लॉकडाउन से छूट दी है. इसमें कहा गया है कि कृषि यंत्रों और खेती के कामकाज वाली मशीनरी के कस्टम हायरिंग केंद्रों को भी लॉकडाउन अवधि के दौरान काम करने की अनुमति दी गई है.



राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) के कार्यकारिणी सदस्य देवव्रत शर्मा ने कहा कि मधुमक्खीपालक किसानों को भी शहद उत्पादन के लिए मधुमक्खियों की कॉलोनियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की छूट दी गई है. हमने इसकी मांग सरकार से की थी. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के तहत आने वाले बागवानी आयुक्त और राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ बी एन एस मूर्ति ने सारे राज्यों के उद्यान निदेशकों को शहद निकालने और पर परागण के कार्य के लिए मधुमक्खियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए छूट देने का निर्देश दिया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा ने भी अनुमति दे दी है. बयान में कहा गया है, ''न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) परिचालन, एपीएमसी द्वारा संचालित मंडियों या राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित मंडी सहित कृषि उत्पादों की खरीद में लगी एजेंसियों को छूट दी गई है.'' कोरोना वायरस पर काबू के लिए देशव्यापी लॉकडाऊन के मद्देनजर किसानों को अपने रबी फसलों की कटाई करने और मंडियों तक लाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस स्थिति के मद्देनजर के उक्त दिशा निर्देश सामने आया है. गेहूं, सरसों, मक्का और दालें जैसे रबी की फसलों की कटाई कुछ स्थानों पर शुरू हो गई हैं. आने वाले कुछ महीनों में यह और बढ़ेगी.