नवरात्रि में इन उपायों को करके आप हो सकते हैं कर्जमुक्त

पैसा भले ही सबकुछ नहीं है। लेकिन इसके बिना भी व्यक्ति का जीवन सुचारू रूप से नहीं चल सकता। महंगाई के इस युग में व्यक्ति चाहे जितना कमाए, उसे हमेशा कम ही लगता है। इतना ही नहीं, कुछ लोग तो कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं और फिर दबते ही चले जाते हैं। अगर आपकी स्थिति भी ऐसी ही है तो इस नवरात्रि कुछ उपाय अपनाकर आप खुद को कर्जमुक्त कर सकते हैं। आखिरकार मैया तो सबके दुखों का निवारण करती है और नवरात्रि में उनका ध्यान करना व कुछ विशेष उपाय करने से फल जल्दी प्राप्त होता है



उत्तर दिशा पर दें ध्यान

नवरात्रि कर्ज में डूबे लोगों के लिए एक नैया के समान है। इन दिनों आप उत्तर दिशा पर विशेष ध्यान दें। कुबेर की दिशा मानी जाने वाली उत्तर दिशा को और अधिक प्रकाशमान करें। साथ ही वहां पर हरे−भरे पौधे लगाएं व सुंगध का प्रयोग भी करें। इतना ही नहीं, उत्तर दिशा को और अधिक प्रभावशाली बनाने व खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए उत्तर दिशा में एक पानी का घट स्थापना करें। इसके अतिरिक्त घर में मौजूद पैसों की अलमारी दक्षिण दिशा में कुछ इस कदर व्यस्थित होनी चाहिए कि वह उत्तर दिशा में खुले।

 

कर्ज के कागजात

अगर आपके पास ऐसे कुछ कागजात हैं, जिसमें आपके लोन या कर्ज की डिटेल हैं तो उन्हें उत्तर पश्चिम यानी वायव्य दिशा में रखें। अगर आप इन फाइलों को अलमारी में रख रहे हैं तो ख्याल रखे कि वह अलमारी पूर्व दिशा में खुलती हो। 

 

इसका रखें ध्यान

अगर आपके ऊपर लगातार कर्ज चढ़ रहा है तो इसके पीछे का एक कारण यह है कि आपने उत्तर दिशा पर ध्यान न दिया हो। हो सकता है कि उस दिशा में झाडू, कूड़ा, पुराना इकट्ठा सामान, जूते−चप्पल सूखे पौधे रखे हों। इसलिए यह जरूरी है कि आप न सिर्फ नवरात्रि में बल्कि अन्य दिनों में भी उत्तर दिशा को साफ−सुथरा रखें। इसके अतिरिक्त डाइंग रूम या लॉबी में उत्तर दिशा की दीवार पर लाल कलर का प्रयोग न करें, बल्कि इसके स्थान पर ब्लू, येलो या व्हाइट कलर का इस्तेमाल करें व बहते पानी का चित्र जैसे फाउंटेन आदि को जरूर लगाएं। अगर हो सके तो कुबेर यंत्र को उत्तर दिशा में स्थापित करें, इससे आपको कर्ज मुक्ति में सहायता मिलेगी।


जहां रखें धन

घर पर आप जहां अपना धन, बैंक के पेपर या अन्य कीमती सामान रखते हैं, वहां पर एक छोटा सा चांदी या सोने का सिक्का अवश्य रखें। इसके अतिरिक्त अपनी तजोरी को कभी भी खाली न रखें। उसमें कुछ न कुछ धन अवश्य रखें।