क्या है मामला
* दरअसल, दिल्ली से लौट रहे मजदूरों पर बरेली के सेटेलाइट अड्डे पर सैनिटाइजर से छिड़काव किया गया था. पुलिस ने सबको एक लाइन में बैठाया और इसके बाद उन्हें सोडियम हाईपोक्लोराइड युक्त पानी से नहलाया गया. कुछ लोगों की आंखें लाल हो गई तो कुछ छोटे बच्चे रोने लगे. स्प्रे के बाद लोग जान छुड़ाकर भागे.
लखनऊ, उत्तर प्रदेश के बरेली में पलायन करके आए मजदूरों को सैनिटाइजर से नहलाने का मामले तूल पकड़ता जा रहा है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा की है. तीनों नेताओं ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, 'देश में जारी जबर्दस्त लॉडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है. सरकार तुरन्त ध्यान दे
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा, 'यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल, क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है.
मायावती और अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपील की, 'यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए. मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं. उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत. इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे.