IAS अधिकारी रानी नागर उत्पीड़न मामले में गुर्जर समाज की हरियाणा सरकार को चेतावनी

गाजियाबाद जनपद : [टाईम फॉर न्यूज़-प्रभात तिवारी]  बवली कसाना अध्यक्ष गुर्जर समाज ने IAS रानी नागर का उत्पीड़न करने वाले अधिकारियो को सजा देने की बात कही उन होने बताया की आईएएस अधिकारी रानी नागर बहुत ही धैर्यवान महिला अधिकारी है ये सामान्य परिस्थितियों में इस्तीफा देने की बात नही कर सकती है ।



कोई भी ब्यक्ति या महिला अपनी नौकरी को आसानी से नही छोड़ना चाहता है। जरूर जब प्रताड़ना का रूप भयानक हो जाता है तभी कोई भी ब्यक्ति हो या महिला हो वह उस दवाब को नही सह सकता है उन्होंने कहा 'यूपी के जिला गौतमबुद्धनगर की मूल निवासी व हरियाणा कैडर के 2014 बैच की आइएएस अधिकारी रानी नागर ने अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर उत्पीडऩ व बहन सहित अपनी जान को खतरे के विरोध में अंतत: इस्तीफा देने की जो बात कही है, यह अति गंभीर मामला है। सरकार इसका तुरंत उचित संज्ञान ले। अनेक शिकायतों के बावजूद इस महिला आइएएस अधिकारी के खिलाफ जारी उत्पीडऩ मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए I 



ये भी पढ़े : गाजियाबाद पुलिस ने गोदाम से अवैध शराब की बिक्री करते 7 लोगो को धार दबोचा


वही अखिल भारतीय गुर्जर समाज की हरियाणा व केंद्र सरकार से मांग है। इस  गुर्जर समाज की इस होनहार अधिकारी के समर्थन में जिस प्रकार से अखिल भारतीय गुर्जर समाज के साथ साथ सभी बड़े नेता और संगठन आ गए है उससे सरकार को दोशी अधिकारियो पर जरूर कार्यवाही करनी होगी । उन्होंने यह भी कहा की इससे यह भी सोचा जा सकता है जब एक आईएएस अधिकारी का लोग उत्पीड़न कर सकते है तो बाकी सामान्य नौकरियों में जो महिला काम कर रही है तो उन्हें किस स्तर तक उत्पीडित किया जाता होगा । अब जनता जाग चुकी है फेसबुक, ट्विटर, इस्टाग्राम सोसल मीडिया के माध्यम से  इंसाफ दिलाने की मुहीम छेड़ दी है। गुर्जर समाज के बड़े नेताओ ने इन्साफ न मिलने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है । यह भी कहा की अगर हरियाणा सरकार कुछ सख्त कार्यवाही नही करती है तो केंद्र सरकार को  इस मामले में हस्त्छेप जरूर करना चाहिए । 


ये भी पढ़े : दिल्ली के बाबू जगजीवन राम अस्पताल के डॉक्टर्स समेत 44 स्टाफ हुआ कोरोना पॉजिटिव


आईएएस अधिकारी रानी नागर ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इसलिए वह तथा उनकी बहन चंडीगढ़ से बाहर नहीं जा सकते। चंडीगढ़ से आगे गाजियाबाद तक के रास्ते बंद हैं। उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन व कर्फ्यू खुलने के बाद वह अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन के साथ पैतृक शहर गाजियाबाद में बसेंगी।


ये भी पढ़े : थाना निवाड़ी इलाके के अबुपुर गांव में दो पक्षो का ख़ूनी खेल


 


ताजा खबरों के लिए जुड़े रहें Time For News हिन्दी के साथ



Popular posts