केजरीवाल: दिल्ली में बड़े पैमाने पर होगी लोगों की जांच

 दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पांच सूत्री कार्य योजना की घोषणा की और कहा कि शहर के अति प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी क्रम के, एक लाख लोगों को चुनकर उनकी जांच की जाएगी। वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने कहा कि यदि शहर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते रहे और अस्पतालों में इलाज कराने वाले संक्रमितों की संख्या 30000 तक हो गई तो दिल्ली सरकार चरणबद्ध तरीके से निजी अस्पतालों एवं होटलों के 12000 कमरे अपने अधीन ले लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन निजी अस्पतालों- मैक्स साकेत (318), अपोलो (50) और गंगाराम अस्पताल (42) में 400 बिस्तर अलग तय किये हैं। 

 



उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (1500), जी बी पंत अस्पताल (500) और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (450) को विशेष कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। केजरीवाल ने कहा, ‘‘फिलहाल, इस समय 2,950 बेड कोविड-19 रोगियों के लिए आरक्षित हैं। यदि कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले 3000 को पार कर गये तो हम जीटीबी अस्पताल में 1500 बिस्तरों का उपयोग करेंगे और इसके बाद हमारे पास 4500 मामलों के लिए व्यवस्था होगी।’’ उन्होंने कहा कि अब तक दिल्ली में कोरोना वायरस के 523 मामले हैं। योजना के अनुसार, सरकार कोविड-19 के ऐसे 10,000 मरीजों के लिए बारातघरों एवं धर्मशालाओं में प्रबंध करेगी जिन्हें यकृत, हृदय संबंधी रोग नहीं हैं और वे 50 साल से कम उम्र के हैं। मुख्यमंत्री ने पांच सूत्री कार्य योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा, ‘‘इसमें पांच टी शामिल हैं। यह पांच टी टेस्टिंग (जांच), ट्रेसिंग (पता लगाना), ट्रीटमेंट (उपचार), टीम-वर्क (मिलकर काम करना) और ट्रैकिंग (नजर रखना) हैं।’’ पहले टी के तहत सरकार अति प्रभावित क्षेत्रों में एक लाख जांच कराएगी। 


 सरकार उन लोगों का प्रभावी तरीके से पता लगायेगी जो कोविड-19 संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आये हैं और ऐसे 27,702 लोगों के फोन नंबर पुलिस को उनकी आवाजाही पर नजर रखने के लिए दिये गये हैं जिन्हें पृथक वास का निर्देश दिया गया था। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में प्रभावित लोग मिले हैं , उन क्षेत्रों को सील किया जा रहा है। केजरीवाल ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों, जिन्हें अन्य बीमारियां हैं और जो 50 साल से अधिक उम्र के हैं, को अस्पतालों में रखा जाएगा। जो कम बीमार हैं और 50 साल से कम उम्र के हैं, उन्हें धर्मशाला एवं बारातघरों में रखा जाएगा। ’’ वैसे सरकार ने उन होटलों का ब्योरा नहीं दिया है जहां वह 12,000 मरीजों को ले जाएगी। वेंटीलेटरों एवं अन्य उपकरणों की भी योजना तैयार की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पीपीई किटों की कमी थी लेकिन केंद्र ने 27000 किट आवंटित किये हैं जो अगले एक दो दिनों में उपलब्ध हो जाएंगे। हमने भी इन किटों का आर्डर दिया है जो अगले सप्ताह से आने लगेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी राज्य सरकारें कोविड-19 से निपटने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर, मिलकर काम कर रही हैं। लोग भी इस टीम का मुख्य हिस्सा हैं और उन्हें अपने घरों में रहना चाहिए एवं लॉकडाउन का पालन करना चाहिए।"

 


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