दिल्ली में फंसे मजदूरों को वापस भेजेगी सरकार, शुरू हुआ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

दिल्ली में फंसे मजदूरों को वापस भेजेगी सरकार, शुरू हुआ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन


नई दिल्ली : [ टाईम फॉर न्यूज़ -रवि डालमिया ]  दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूरों और लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा उनके घर वापस पहुंचाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है https://epass.jantasamvad.org/train/passenger/ लिंक पर क्लिक कर दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूर और अन्य लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा कर ट्रेन के जरिए अपने राज्यों में जा सकेंगे।



ये भी पढ़े- केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, देश में 31 मई तक जारी रहेगा लॉकडाउन


उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर इस लिंक को शेयर किया और बताया कि इन ट्रेनों से घर जाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है। बिना रजिस्ट्रेशन के किसी को भी ट्रेन में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कल शाम तक 35,000 यात्री अपने गृह राज्यों को भेजे जा चुके हैं। रविवार को भी करीब 12000 यात्रियों को लेकर आठ ट्रेनें रवाना हुईं। वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में रह रहे प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी हमारी है। अगर वो दिल्ली में रहना चाहते हैं तो उनका पूरा ध्यान रखेंगे और अगर वो अपने गांव लौटना चाहते हैं तो उनके लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है।


ये भी पढ़े- रोहिणी जेल में हुई कोरोना की दस्तक: जेल कर्मी सहित हुए कई कैदी संक्रमित


हम किसी भी हालत में उन्हें बेसहारा नहीं छोड़ेंगे मालूम हो कि दिल्ली सरकार ने अब तक बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के लिए ट्रेन भेजी है। अब तक दिल्ली सरकार केवल शेल्टर होम, रैन बसेरा या अन्य सरकारी इंतजामों के सहारे रह रहे प्रवासी मजदूरों या अन्य लोगों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए उनके राज्यों में भेज रही थी। लेकिन अब दिल्ली सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया है।


ये भी पढ़े- महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए 31मई तक बड़ा लॉकडाउन



ये भी पढ़े- रोहिणी जेल में हुई कोरोना की दस्तक: जेल कर्मी सहित हुए कई कैदी संक्रमित


 



कुछ बड़ी खबरें


ये भी पढ़े- 1 से 15 जुलाई के बीच होंगी 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाएं: CBSE Exams 2020


ये भी पढ़े-महाराष्ट्र पालघर केस में साधुओं के वकील की कोर्ट पहुंचने से पहले ही हुई मौत, हादसा या हत्या?


ये भी पढ़े-Lockdown ने छीनी नौकरी लेकिन फिर भी नहीं टूटी हिम्मत, फल-सब्जी बेचकर गुज़ारा कर रहा ग्रेजुएट



 


Popular posts